“Never Hesitate to hold out your hand; never hesitate to accept the outstretched hand of another.”Pope John XXIII
“अपना हाथ आगे बढ़ाने से कभी मत हिचकिए। दूसरे का आगे बढ़ा हाथ थामने से भी कभी मत हिचकिए।”पोप जॉन त्रयोदश